Kashmir History मुस्लिम से पहले कश्मीर में कौन थे जाने कैसे इतनी बड़ी आबादी मुस्लिम बन गई
Kashmir History मुस्लिम से पहले कश्मीर में कौन थे जाने कैसे इतनी बड़ी आबादी मुस्लिम बन गई
जम्मू एंड कश्मीर की मूल आबादी हिन्दू थी देखे फिर वो मुस्लिम में कैसे कन्वर्ट हुई।कश्मीर की मूल आबादी हिन्दू गौड़ ब्राह्मणों की थी .कभी ये यहां मेजोरिटी में होते थे तो कैसे ओर कब वो धर्म बदल कर मुस्लिम बन गए क्या वजह थी इसकी

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कश्मीर की मूल आबादी हिन्दू ब्राह्मण थी.
14 वीं सदी में मुस्लिम शासन के दौरान धर्म परिवर्तन हुआ
कई मुस्लिम अब भी ब्राह्मण सरनेम लगाते है
कश्मीर की मूल आबादी इस्लाम के आगमन से पहले मुख्यत हिन्दू थी, जिसमें ब्राह्मणों का एक बड़ा वर्ग था जिन्हें पंडित कहा जाता था. कश्मीरी पंडित ,कश्मीर घाटी के पंच गौड़ ब्राह्मण समूह से संबंधित थे . उच्च शिक्षा ,विद्वता ओर प्रशासनिक कार्यों में आमे माने जाते थे . आखिर ये पूरी की पूरी आबादी कैसे मुस्लिम धर्म में बदल गई . क्यों अब भी इस मुस्लिम आबादी के ज्यादातर लोग खुद को मुस्लिम पंडित बताते है .उसी तरह सरनेम लगाते है.
Kashmir History
मध्यकाल में मुस्लिम शासन के दौरान ,विशेषकर 14 वीं सदी में सुल्तान सिकंदर बुद्शिकन के समय ,बड़े पैमाने पर हिंदुओं पर धर्म परिवर्तन या पलायन का दबाव पड़ा. बहुत से ब्राह्मणों ने इस्लाम स्वीकार कर लिया . हालांकि अपनी सामाजिक पहचान जैसे पंडित , भट,लोन,गनी, आदि उपनाम जारी रखे .यह उपनाम उनकी विद्वता सामाजिक स्थिति और कश्मीरी मूल की पहचान से जुड़ा था,जिसे उन्होंने इस्लाम कबूल करने के बाद भी बनाए रखा.

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कश्मीर में आज भी ऐसे मुस्लिम समुदाय है ,जो अपने नाम के साथ पंडित या अन्य पारंपरिक ब्राह्मण उपनाम लगाते है .इन्हें मुस्लिम पंडित या पंडित शेख भी कहा जाता है. ये लोग कभी हिन्दू ब्राह्मण थे ,जिन्होंने ऐतिहासिक परिस्थितियों में इस्लाम स्वीकार किया ,लेकिन अपनी जातिगत और सामाजिक पहचान को बनाए रखा .इन उपनामों का इस्तेमाल सम्मान और कश्मीर की मूल संस्कृति से जुड़ाव के प्रतीक के रूप में भी होता है।
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कश्मीर में आज भी ऐसे मुस्लिम समुदाय है ,जो अपने नाम के साथ पंडित या अन्य पारंपरिक ब्राह्मण उपनाम लगाते है .इन्हें मुस्लिम पंडित या पंडित शेख भी कहा जाता है .ये लोग कभी हिन्दू ब्राह्मण