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Sindhu Water Aggreement सिंधु जल समझौता रद्द होने से राजस्थान के इन जिलों की होगी बल्ले बल्ले

Sindhu Water Aggreement सिंधु जल समझौता रद्द होने से राजस्थान के इन जिलों की होगी बल्ले बल्ले

Sindhu Water समझौता भारत सरकार ने 1960 में पड़ोसी पाकिस्तान के साथ हुए ऐतिहासिक सिंधु जल समझौते को औपचारिक रूप से समाप्त कर दिया है।यह निर्णय केवल एक कूटनीतिक कदम नहीं बल्कि भारत के राष्ट्रीय स्वाभिमान और सुरक्षा की दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है दशकों से भारत संयम के साथ हालात बदल गए है और देश ने एक साहसिक फैसला लेकर अपने हितों की रक्षा का संदेश दिया है।

Sindhu Water Aggreement

पहलगाम हमले के बाद लिया गया निर्णय

जम्मू एंड कश्मीर के पहलगाम में पाकिस्तान समर्थित आतंकियों द्वारा 27 निर्दोष पर्यटकों की हत्या ने पूरे देश के साथ विश्व के सैकड़ों देशों को झकझोर कर दिया है। इस वीभत्स घटना के बाद केंद्र सरकार ने तीखा विरोध दर्ज करवाते हुए यह फैसला लिया है इन सब फैसलों में सबसे कठोर फैसला सिंधु जल समझौता है जिससे पाकिस्तान की इकोनॉमी तय होती है।

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सिंधु जल समझौता वर्ष 1960 में भारत और पाकिस्तान के बीच विश्व बैंक की सहायता से हुआ था।इसके तहत छह प्रमुख नदियों को दो भागों में बांटा गया था।

पूर्व की नदियां:- रावी,व्यास और सतलुज भारत के अधीन रही नदिया

पश्चिमी नदियां:- सिंधु,झेलम और चिनाब पाकिस्तान को दी गई

इस संधि की सबसे बड़ी विडंबना यह थी कि भारत को अपनी ही नदियों के पानी के उपयोग पर कई तरह की बंदिशों का पालन करना पड़ता था वर्षों से भारत इस आसान समझौते का पालन करता रहा है लेकिन पाकिस्तान ने बार बार आतंकवाद के जरिए भारत की सहनशीलता की परीक्षा ली है।

इस समझौते से इन नदियों का पूरा पानी भारत को मिलेगा

यह समझौता रद्द करने के बाद भारत को उन नदियों के जल का भी उपयोग करने का अधिकार मिल गया है जो पाकिस्तान के हिस्से में जाती थी खासकर पंजाब के रास्ते होकर पाकिस्तान की ओर जाने वाला अधिशेष जल अब भारत में ही रहेगा इससे देश की जल नीति को मजबूती मिलेगी और सीमावर्ती इलाकों में जल संरक्षण और प्रबंधन के नए अवसर खुलेंगे।

राजस्थान के हनुमानगढ़ और श्रीगंगानगर को सीधा फायदा

इस निर्णय के बाद सबसे ज्यादा लाभ राजस्थान के इन दो जिलों को लाभ मिलेगा पंजाब के हरिके बैराज से निकलने वाली इंद्रा गांधी नहर प्रणाली इन दोनों जिलों के लिए जीवन रेखा जैसी है हिमाचल प्रदेश ओर पंजाब से बहती हुई सतलज और व्यास नदिया हरिके बैराज पहुंचती है ,जहां से यह नहर राजस्थान की प्यास बुझाती है.अब अधिशेष जल के भारत में ही रोकने से इन जिलों में सिंचाई के लिए जल की उपलब्धता बढ़ेगी. इससे किसानों को फायदा होगा और कृषि उत्पादन में वृद्धि होगी।

राजनीतिक दृष्टिकोण से भी लाभ

सिंधु जल समझौते के समाप्त होने से भारत को केवल कृषि क्षेत्र में ही नहीं बल्कि रणनीतिक दृष्टिकोण से भी फायदा मिलेगा सीमावर्ती क्षेत्र में जल का नियंत्रण भारत के पास होने से सुरक्षा संतुलन मजबूत होगा यदि भविष्य में कोई संकट उत्पन्न होता है तो भारत जल प्रवाह को रणनीतिक तरीके से नियंत्रित कर सकता है जो राष्ट्रीय सुरक्षा के लिहाज से एक बड़ी उपलब्धि होगी।

भारत ने दिया स्पष्ट संदेश

भारत ने इस ऐतिहासिक निर्णय के जरिए स्पष्ट संदेश दिया है कि अब देश अपने हितों के साथ कोई समझौता नहीं करेगा न तो पानी को पाकिस्तान जाने देंगे और न ही आतंकवाद के खिलाफ जवाबी कार्रवाई में कोई नरमी बरती जाएगी यह भारत की नई नीति का प्रतीक है संयम के साथ साहस और जवाबदेही का संतुलन

भविष्य की जरूरत को पूरा करने के लिए जल भंडारण क्षमता बढ़ेगी

अब भारत अपने अधिशेष जल का भंडारण कर सकेगा और उसे जरूरत के मुताबिक पुनः वितरण कर पाएगा इससे देश के सूखाग्रस्त इलाकों में जलसंकट से निपटने में मदद मिलेगी सरकार पहले ही जल संरक्षण और जल शक्ति अभियान जैसी योजनाओं पर काम कर रही है और सिंधु जल समझौते के समाप्त होने से इन पहलों को मजबूती मिलेगी।

पाकिस्तान पानी के लिए दर-दर भटकेगा

भारत के इस निर्णय से पाकिस्तान पर भी अतिरिक्त दबाव बनेगा अब उसे जल संकट का सामना करना पड़ेगा क्योंकि जिन नदियों के पानी पर वह निर्भर था उनमें भारत को भी पूरा अधिकार मिल गया है इससे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान की स्थिति कमजोर होगी।

विश्व पटल पर हिंदुस्तान

इस मामले की समस्त जानकारी भारत ने विश्व के समस्त मजबूत देश अमेरिका ,रसिया ,जापान पश्चिमी देशों को दर्ज करवाया है इसके बाद समस्त देशों ने आतंकवाद के खिलाफ भारत का पुरजोर तरीके से समर्थन किया है।

विश्व के इन देशों के बड़े नेताओं ने पहलगाम घटना पर शोक व्यक्त करते हुए विश्व के समस्त देशों से आतंकवाद खत्म करने और आतंकवाद को परोसने वाले देशों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कमजोर करने की बात की है।

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अमेरिका और रूस जैसे देशों ने भारत का पूर्ण समर्थन करते हुए यह कहा है कि भारत पाकिस्तान के अंदर पल रहे आतंक के आकाओं को खत्म करे हम आप के साथ है।

भारत के जम्मू कश्मीर राज्य की समस्त जनता वहां की सरकार ने जम्मू और श्रीनगर की बाजार को बंद रखा एवं आतंक को खत्म करने में भारत सरकार की हर संभव मदद का आह्वान किया है।

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POK पाक अधिकृत कश्मीर जो कि भारत का विवादित क्षेत्र जिस पर पाकिस्तान का कब्जा है उस के अंदर पाकिस्तान ने आतंकवादियों के बंकर बना दिए है तथा आतंकवादियों को वहां पर ट्रेनिंग दी जा रही है ।

विश्व के समस्त आतंकी समूह के लोग यहां आकर ट्रेनिंग देते है पहलगाम आतंकी हमला फिलिस्तीनी हमास संगठन की गतिविधि पर आधारित था जो लोगों को चुन चुन कर मारता है। पहले धर्म के बारे में पूछते है ओर इस्लाम के अलावा दूसरे धर्मों के लोगों को मौत के घाट उतार देते है।

इन सब दुविधाओं को समय रहते भारत सरकार दूर करने का भरकस प्रयास करेगी और आतंक के खात्मे के लिए जितनी दूर तक जाना पड़े जाएंगे ।

पहलगाम में निर्दोष पर्यटकों पर हमला करने वाले आतंकवादियों में से एक को मार गिराया है एवं अन्य की तलाश जारी है उसको भी जल्द कठघरे में लाकर मौत के घाट उतारा जाएगा।

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